लड़का हू कमाना है
लड़का हू कमाना है छोड़ चला घर का प्यार, निकल पड़ा नंगे पाँवन कोई ठौर न ठिकाना है, बस आगे बढ़ते जाना हैमन में इरादा है, कुछ कर के दिखाना हैलड़का हू कमाना है। माँ का प्यार दिल में लिए, ना सोचे ना समझेथैला लेकर निकल पड़ा, शहर की ओर चल पड़ाना दोस्त ना कोई …