एकता की भावना-हिंदी कविता
क्षेत्रीयता की बड़ी आग में,
राष्ट्रीय भावना बनी रहे।
देश एक है, राष्ट्र एक है
धुन ये हमारी बनी रहे।
कश्मीर से कन्याकुमारी,
पूरा भारत एक श्रृंखला माला का सुंदर मोती,
हर एक भाग बना रहे।
वीर शिवाजी, वीर सुभाष, सब ने चाहा प्यारा भारत
भारत के हम वीर सेनानी राष्ट्रीय रक्षा में अधीर रहे।
राजनीति की शुद्र आग में भारत माता झुलस रही ,
नहीं बैठे हैं ,नहीं बैठेंगे देश हमारा अमर रहे।
देश का हर आंसू अनमोल भाईचारे की मधुर भावना
हर एक दिल में बसी रहे
आर्यावर्त का मधुर बंधन भारत के हर कण में रहता है खूब मिले है मिलकर रहेंगे
कमल हमारा खिला रहे ।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई जुड़ कर रहे हैं ,जुड़ कर रहेंगे
एकता की राष्ट्रीय भावना हिंदुस्तान में बसी रहे |
Very nice poem