दादी की वह सबसे प्यारी,
बाते करती जैसी हो नानी,
मम्मी की है राजकुमारी,
भोली सी सूरत,
परीयो की रानी
प्यारी-प्यारी लाडो हमारी |
पापा के गोद में हसती, खेलती,
जीवन में खुशियों का इंद्रधनुष बिखेरती,
गाती, मुस्कुराती, सारे गम दूर भगाती,
गुड़ जैसी मीठी बाते,
बातो में बाते मनवाती
रूठती, पल में मान जाती,
प्यारी, नटखट राजदुलारी,
प्यारी-प्यारी लाडो हमारी।
स्लेट पर मम्मी – पापा का चित्र बनाये,
कभी डोरेमन, कभी प्यारी सिजूका बन जाये,
नाचे और मुझे नचाये,
दिलबर गाने पर डांस कराये,
कभी डाटती कभी मनाती,
पापा से सॉरी बुलवाती,
नखड़े जिसके खत्म ना होते,
प्यारी-प्यारी लाडो हमारी ।
शम्भू कुमार के कलम से..